हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर
एक सूरज और एक सूरज और
मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सारी की सारी किर्चें उ... मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सा...
वो छोटी सी बच्ची जिसे ये भीं नहीं पता था की उसकी माँ चली गयी है उसे छोड़कर हमेशा के लिये वो छोटी सी बच्ची जिसे ये भीं नहीं पता था की उसकी माँ चली गयी है उसे छोड़कर हमेशा ...
सुना है इंसान के कमरे में लटकती हुयी तसवीर इंसान के विचारों को व्यक्त करती है। सुना है इंसान के कमरे में लटकती हुयी तसवीर इंसान के विचारों को व्यक्त करती है।
लिखा था -"माँ तो चली गयीं, उन्हें नहीं देख सकता पर रोज़ कुछ देर आपको देख लेता हूँ तो लगत लिखा था -"माँ तो चली गयीं, उन्हें नहीं देख सकता पर रोज़ कुछ देर आपको देख लेता हूँ...